आज इस पोस्ट में प्राचीन भारत का इतिहास objective type pdf शेयर किया हूं, आपको पता ही होगा इतिहास से हर साल चाहे कोई भी परीक्षा हो, यहां से प्रश्न जरूर बनते हैं. ऐसे में आपको हमेशा प्राचीन भारत का इतिहास प्रश्नोत्तरी pdf डाउनलोड करके पढ़ना चाहिए. कोई सभी सरकारी प्रतियोगिता में बिना इतिहास के प्रश्न आपको नहीं दिखेंगे. और इतिहास काफी लोगों को बोरिंग भी लगता है, इसे याद करने में काफी समय लगता है और साथ में समय भी बहुत ज्यादा जाता है. ऐसे में उचित यह रहेगा आप जिस जिस परीक्षा का तैयारी कर रहे हो उनका प्राचीन भारत का इतिहास mock test देते रहे. ऐसे करने से आपका परीक्षा तैयारी भी हो जाएगा और आपको यह भी अनुभव होगा कि परीक्षा में किस टाइप के क्वेश्चन पूछे जाते हैं
नीचे मैंने इतिहास के प्रश्न उत्तर PDF शेयर किया है, उसको पढ़ने के बाद आपको कोई दूसरी प्राचीन भारत का इतिहास नोट्स पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी. उसमें आपको कुछ इतिहास के वस्तुनिष्ठ प्रश्न उत्तर मिल जाएगा. इसको पढ़ने के बाद सारे प्रश्न के उत्तर आप आसानी से दे पाओगे.
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ऑब्जेक्टिव इतिहास PDF
नीचे लिंक है उसको पढ़ने से पहले आप इतिहास के प्रश्न उत्तर 2022 और उसके सिलेबस को एक बार नजर मिला ले आधुनिक इतिहास के प्रश्न उत्तर
1. भारत में यूरोप का प्रदेश :
- प्रारंभिक यूरोपीय बस्तियां; पुर्तगाली एवं डच, अंग्रेजी एवं प्रफांसीसी ईस्ट इंडिया कंपनियां; आधिपत्य के लिए उनके युद्ध कर्नाटक यद्ध बंगाल-अंग्रेजों एवं बंगाल के नवाब के बीच संघर्ष; सिराज और अंग्रेज, प्लासी का युद्ध प्लासी का महत्व ।
2. भारत में ब्रिटिश प्रसार :
- बंगाल-मीर जापफर एवं मीर कासिम; बक्सर का युद्ध मैसूर; मराठा; तीन अंग्रेज-मराठा युद्ध पंजाब ।
3. ब्रिटिश राज की प्रारंभिक संरचना :
- प्रारंभिक प्रशासनिक संरचना: द्वैधशासन से प्रत्यक्ष नियंत्रक तक;रेगुलेटिंग एक्ट (1773); पिट्स इंडिया एक्ट (1784); चार्टर एक्ट (1833); मुक्त व्यापार का स्वर एवं ब्रिटिश औपनिवेशक शासन का बदलता स्वरूप; अंग्रेजी उपयोगितावादी और भारत ।
4. ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन का आर्थिक प्रभाव :
- (क) ब्रिटिश भारत में भूमि-राजस्व बंदोबस्त; स्थायी बंदोबस्त; रैयतवारी बंदोबस्त; महालबारी बंदोबस्त; राजस्व प्रबंध का आर्थिक प्रभाव; कृषि का वाणिज्यीकरण; भूमिहीन कृषि श्रमिकों का उदय; ग्रामीण समाज का परिक्षनण ।
- (ख) पारंपरिक व्यापार एवं वाणिज्य का विस्थापन; अनौद्योगीकरण; पारंपरिक शिल्प की अवनति; धन का अपवाह; भारत का आर्थिक रूपांतरण; टेलीग्रापफ एवं डाक सेवाओं समेत रेल पथ एवं संचार जाल; ग्रामीण भीतरी प्रदेश में दुर्भिक्ष एवं गरीबी; यूरोपीय व्यापार उद्यम एवं इसकी सीमाएं ।
5. सामाजिक एवं सांस्कृतिक विकास :
- स्वदेशी शिक्षा की स्थिति; इसका विस्थापन;प्राच्चविद्-आंग्लविद् विवाद, भारत में पश्चिमी शिक्षा का प्रादर्भाव; प्रेस, साहित्य एवं लोकमत का उदय; आधुनिक मातृभाषा साहित्य का उदय; विज्ञान की प्रगति; भारत में क्रिश्चियन मिशनरी के कार्यकलाप ।
6. बंगाल एवं अन्य क्षेत्रों में सामाजिक एवं धार्मिक सुधार आंदोलन :
- राममोहन राय, बह्म आंदोलन; देवेन्द्रनाथ टैगोर; ईश्वरचंद्र विद्यासागर; युवा बंगाल आंदोलन; दयानन्द सरस्वती; भारत में सती, विधवा विवाह, बाल विवाह, आदि समेत सामाजिक सुधार आंदोलन; आधुनिक भारत के विकास में भारतीय पुनर्जागरण का योगदान; इस्लामी पुनरूद्धार वृत्ति-फराईजी एवं वहाबी आंदोलन ।
7. ब्रिटिश शासन के प्रति भारत की अनुक्रिया :
- रंगपुर ढ़ीग (1783), कोल विद्रोह (1832), मालाबार में मोपला विद्रोह (1841-1920), सन्थाल हुल (1855), नील विद्रोह (1859-60), दकन विप्लव (1875), एवं मुंडा विद्रोह उल्गुलान (1899-1900) समेत 18वीं एवं 19वीं शताब्दी में हुए किसान आंदोलन एवं जनजातीय विप्लव; 1857 का महाविद्रोह-उद्गम, स्वरूप, असपफलता के कारण, परिणाम; पश्व 1857 काल में किसान विप्लव के स्वरूप में बदलाव; 1920 और 1930 के दशकों में हुए किसान आंदोलन ।
8. भारतीय राष्ट्रवाद के जन्म के कारक; संघों की राजनीति; भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बुनियाद; कांग्रेस के जन्म के संबंध में सेफ्टी वाल्व का पक्ष; प्रारंभिक कांग्रेस के कार्यक्रम एवं लक्ष्य; प्रारंभिक कांग्रेस नेतृत्व की सामाजिक रचना; नरम दल एवं गरम दल; बंगाल का विभाजन (1905); बंगाल में स्वदेशी आंदोलन; स्वदेशी आंदोलन के आर्थिक एवं राजनैतिक परिप्रेक्ष्य; भारत में क्रांतिकारी उग्रपंथ का आरंभ ।
9. गाँधी का उदय; गाँधी के राष्ट्रवाद का स्वरूप; गाँधी का जनाकर्षण; रीलेट सत्याग्रह; खिलापफत आंदोलन; असहयोग आंदोलन; असहयोग आंदोलन समाप्त होने के बाद से सविनय अवज्ञा आंदोलन के प्रारंभ होने तक की राष्ट्रीय राजनीति; सविनय अवज्ञा आंदोलन के दो चरण; साइमन कमिशन; नेहरू रिपोर्ट; गोलमेज परिषद; राष्ट्रवाद और किसान आंदोलन; राष्ट्रवाद एवं श्रमिक वर्ग आंदोलन; महिला एवं भारतीय युवा तथा भारतीय राजनीति में छात्रा ;1885-1947द्ध; 1937 का चुनाव तथा मंत्रालयों का गठन; क्रिप्स मिशन; भारत छोड़ो आंदोलन; वैरेल योजना; कैबिनेट मिशन ।
10. औपनिवेशिक भारत में 1858 और 1935 के बीच सांविधानिक घटनाक्रम ।
11. राष्ट्रीय आंदोलन की अन्य कड़ियां क्रांतिकारी: बंगाल, पंजाब, महाराष्ट्र, यू.पी., मद्रास प्रदेश, भारत से बाहर । वामपक्ष; कांग्रेस के अंदर का वामपक्ष; जवाहर लाल नेहरू, सुभाषचन्द्र बोस, कांग्रेस समाजवादी पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, अन्य वामदल ।
12. अलगाववाद की राजनीति; मुस्लिम लीग; हिन्दू महासभा सांप्रदायिकता एवं विभाजन की राजनीति; सत्ता का हस्तांतरण; स्वतंत्रता ।
13. एक राष्ट्र के रूप में सुदृढ़ीकरण; नेहरू की विदेश नीति भारत और उसके पड़ोसी (1947-1964) राज्यों का भाषावाद पुनर्गठन (1935-1947); क्षेत्राीयतावाद एवं क्षेत्राीय असमानता; भारतीय रियासतों का एकीकरण; निर्वाचन की राजनीति में रियासतों के नरेश ;¯प्रसद्ध; राष्ट्रीय भाषा का प्रश्न ।
14. 1947 के बाद जाति एवं नृजातित्व; उत्तर औपनिवेशिक निर्वाचन-राजनीति में पिछड़ी जातियां एवं जनजातियां; दलित आंदोलन ।15. आर्थिक विकास एवं राजनीति परिवर्तन; भूमि सुधार; योजना एवं ग्रामीण पुनर्रचना की राजनीति; उत्तर औपनिवेशिक भारत में पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण नीति; विज्ञान की तरक्की.