अहमदाबाद मिल स्ट्राइक के बारे में, हर साल किसी ना किसी परीक्षाओं में, इस टॉपिक से क्वेश्चन पूछे जाते हैं. हाल ही में य UPSC जैसे एग्जाम में भी यहां से प्रश्न पूछे गए थे? प्रश्न यह था, महात्मा गांधी जी ने सबसे पहले भारत मे भूख हड़ताल कहां की थी और कब की थी? बड़े से बड़े लोग के पसीने छूट गए इस प्रश्न को देखते हैं.
आप हमेशा याद रखें, अहमदाबाद मिल स्ट्राइक date 1918 है । और यहां से सवाल, यूपीएससी mains मे भी पूछे जाते हैं। हाल ही में प्रश्न पूछा गया था, अहमदाबाद मिल मजदूर आंदोलन की उपलब्धियां। इसके बारे में हमने कुछ महत्वपूर्ण पॉइंट साझा किया है इसे जरूर पढ़ें।
अहमदाबाद मिल मजदूर आंदोलन- 1918 में, गांधीजी ने अहमदाबाद के कपड़ा श्रमिकों और मिल मालिकों के बीच एक विवाद में हस्तक्षेप किया, अहमदाबाद के कपड़ा श्रमिक मुद्रास्फीति के कारण अपने वेतन में 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी की मांग कर रहे थे।
गांधीजी ने जोर देकर कहा कि कार्यकर्ता अपनी मांगों को मनवाने के लिए हिंसा के बजाय सत्याग्रह का इस्तेमाल करते हुए हड़ताल पर जाएं। मजदूरों की मांग को मजबूत करने के लिए गांधी जी ने स्वयं आमरण अनशन किया। यह भारत में गांधी की पहली भूख हड़ताल थी।
इन सभी बातों ने मिल अधिकारियों पर दबाव डाला जिन्होंने अपनी हड़ताल के चौथे दिन मजदूरों की 35% वेतन वृद्धि की मांग को आखिरकार स्वीकार कर लिया। गांधीजी ने अब अपना ध्यान 1918 में खेड़ा (गुजरात) के किसानों की ओर लगाया।
अहमदाबाद मिल मजदूर आंदोलन की उपलब्धियां
- गांधीजी का दूसरा संघर्ष 1918 में अहमदाबाद में हुआ जब उन्हें मजदूरों और मिल मालिकों के बीच हुए विवाद में हस्तक्षेप करना पड़ा। ये बहुत बड़ी उपलब्धियां है शुरुवाती आंदोलन मे ।
- उन्होंने कर्मचारियों को हड़ताल पर जाने और वेतन में 35 प्रतिशत वृद्धि की मांग करने की सलाह दी। इससे ये पता चल भारत होने वाला है ओर गांधीजी एक leader (नेता )की तरह उबर के आए
- उन्होंने जोर देकर कहा कि श्रमिकों को हड़ताल के दौरान नियोक्ताओं के खिलाफ हिंसा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- उन्होंने हड़ताल जारी रखने के मजदूरों के संकल्प को मजबूत करने के लिए आमरण अनशन किया।
- इसने मिल मालिकों पर दबाव डाला जो चौथे दिन नरम पड़ गए और श्रमिकों को मजदूरी में 35 प्रतिशत की वृद्धि देने के लिए सहमत हो गए।